The पारद शिवलिंग का अभिषेक Diaries

Insufficient heat in marital relation, Vastu for Bed room, How to enhance marital marriage, Absence of affection and affection inside of a relationship, प्यार और शादी में स्नेह की कमी

माना जाता है कि शिवजी परम भक्त रावण ने भी पारद शिवलिंग की पूजा से अपनी मनोकामनाएं पूरी की थी.

इन शिवलिंगों को रोजाना गंगाजल या साफ पानी से स्नान कराएं। इसके बाद, इन्हें सूखे, साफ कपड़े से पोंछ दें। आप चाहें तो इन्हें रुई में लपेटकर रख सकते हैं। धूप जलाने और दीप जलाने के दौरान इन शिवलिंगों को सीधे गर्मी से बचाएं। थोड़ी सी सावधानी और नियमित पूजा से आप इन शिवलिंगों के दिव्य प्रभाव को प्राप्त कर सकते हैं।

शिवलिंग के प्रकार और उनके अभिषेक से मिलने वाले शुभ फल

पारद शिवलिंग की पूजा करने से आर्थिक समृद्धि और धन लाभ होने की संभावना बनी रहती है। 

अपने जीवन में कामयाबी पाने के लिए आपको इस शिवलिंग की पूजा अवश्य करनी चाहिए।

आपको ओम नमः शिवाय का नियंत्रण जाप करते रहना चाहिए।

स्फटिक एक प्राकृतिक क्रिस्टल है, जो अपनी शुद्धता और चमक के लिए जाना जाता है। स्फटिक शिवलिंग भी उतना ही शुभ और पूजनीय माना जाता है, जितना पारद शिवलिंग। आइए जानें इसकी महिमा को:

पापक्षयार्थी मधुना निर्व्याधि: सर्पिषा तथा।।

पुत्रार्थी शर्करायास्तु रसेनार्चेतिछवं तथा।।

पारा धातू पासून पारद शिवलिंग तयार केले जाते. हा एक द्रव पदार्थ आहे आणि त्यात तांबे ,कांसे, आणि इतर जडीबुटी मिसळून ह्या शिवलिंगाला आकार दिला जातो. तांबे हे पार्वतीचे रूप मानले जाते.

Appreciated enormously owing their seamless complete, desirable patterns and stylish appears to be like, these offered shivlingas are used widely in temples for worshipping

You're click here utilizing a browser that may not supported by Facebook, so we've redirected you to definitely a less complicated version to provide you with the greatest encounter.

देशभर में जो ज्योर्तिलिंग है वे सभी स्वंभू है परंतु पत्थर के शिवलिंग के अलावा शिवलिंग कई प्रकार और पदार्थ या धातु से बनाए जाते हैं। शिवपुराण अनुसार भगवान विष्णु ने पूरे जगत के सुख और कामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान विश्वकर्मा को अलग-अलग तरह के शिवलिंग बनाकर देवताओं को देने की आज्ञा दी थी। विश्वकर्मा जी ने अलग-अलग पदार्थों, धातु व रत्नों से शिवलिंग बनाए थे। सभी शिवलिंग को पूजने या उचित स्थान पर रखने का महत्व और उद्देश्य अलग अलग है। पारद शिवलिंग देश में कई स्थानों पर विराजित हैं। इसे पारदेश्वर महादेव कहते हैं। आओ जानते हैं पारद शिवलिंग के बारे में संक्षिप्त जानकारी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *